युवाओं के प्रेरणा स्त्रोत स्वामी विवेकानंद जी को प्रणेता मानकर 02 अक्टूबर 1969 गाँधी जयंती के अवसर पर भारत सरकार द्वारा युवाओं को समाज के प्रति संवदेना जागृत करने एवं सेवा कार्य के माध्यम से व्यक्तित्व विकास के लिए यह योजना प्रारंभ की गई। इस योजना का महत्वपूर्ण उद्देश्य युवाओं को ग्रामीण व्यवस्था के प्रत्यक्ष अनुभव प्राप्त हो एवं उनमें मानवीय दृष्टिकोण का विकास हो।
हेमचंद यादव विश्वविद्यालय, दुर्ग राष्ट्रीय सेवा योजना का प्रारंभ सत्र 2016-17 से प्रारंभ हुआ।
वर्षवार इकाईयों की संख्या एवं छात्र संख्या आबंटन
क्र. सत्र इकाईयों की संख्या छात्र संख्या
1 2016-17 171 14300
2 2017-18 167 14300
3 2018-19 167 14300
4 2019-20 170 14400
5 2020-21 172 14450
6 2021-22 172 14450
7 2022-23 189 16500
वर्तमान में राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्षेत्र विश्वविद्यालय से संबंधित 5 जिलों दुर्ग, राजनॉदगॉव, बालोद, बेमेतरा एवं कबीरधाम में 189 महाविद्यालय एवं विद्यालयों में राष्ट्रीय सेवा योजना 16500 छात्र संख्या के साथ सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है।
राष्ट्रीय सेवा योजना को अग्रिम पंक्ति में रखने के लिए कार्यक्रम अधिकारियों, स्वयंसेवकों, जिला संगठकों एवं कार्यक्रम समन्वयक की महत्वपूर्ण भूमिका के साथ राज्य शासन एवं विश्वविद्यालय प्रशासन के अधिकारियों का भी महत्वपूर्ण सहयोग प्राप्त होता रहा है। राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम अधिकारियों एवं स्वयंसेवकों ने राष्ट्रीय स्तर एवं राज्य स्तर पर पुरस्कार प्राप्त कर विश्वविद्यालय का गौरव बढ़ाया हैं।
राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यक्रम समन्वयक कार्यकाल
1. डॉ. आर. पी. अग्रवाल - 2016-17 से निरंतर
राष्ट्रीय सेवा योजना के जिला संगठक
1. डॉ. विनय शर्मा - जिला - दुर्ग
कल्याण स्नातकोत्तर महावि. भिलाई नगर
2. डॉ. सुरेश कुमार पटेल - जिला - राजनॉदगॉव
शास. दिग्विजय महाविद्यालय राजनॉदगॉव
3. डॉ. लीना साहू - जिला - बालोद
माता कर्मा महाविद्यालय, गुण्डरदेही
4. डॉ. (श्रीमती) के. एस. परिहार- जिला कबीरधाम एवं बेमेतरा
शास. गजानन माधव मुक्तिबोध महाविद्यालय, सहसपुर - लोहारा